श्री गया जगन्नाथ स्वामी जी का महाप्रसाद वितरण
श्रीमद भागवता कथा 7 दिन हुआ कथा
लक्ष्मी नारायण जायसवाल सुपुत्र स्वर्गीय राम प्रसाद जायसवाल गांव गजेंद्रपुर, जिला सुल्तानपुर,
श्रीमद भागवता कथा में कथा वाचक आचार्य अंकित त्रिपाठी जी महाराज ने कहा जनगग बेहद खास है जगन्नाथ मंदिर में मिलने वाला महाप्रसाद, खुद माता लक्ष्मी करती हैं भगवान जगन्नाथ की यात्रा का अपना महत्व है। जगन्नाथ मंदिर की रसोई दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां रसोई में बनने वाले महाप्रसाद का भी अलग महत्व है।
आप सभी लोगों प्रसाद श्री लक्ष्मी नारायण जायसवाल जी अपने गांव गजेन्द्रपुर जिला सुल्तानपुर में रखा है मेरा बिरादरी भी जगन्नाथ भगवान का प्रसाद अपने परिवार के साथ ले श्री जगन्नाथ जी के प्रसाद को महाप्रसाद माना जाता है जबकि अन्य तीर्थों के प्रसाद को सामान्यतः प्रसाद ही कहा जाता है। श्री जगन्नाथ जी के प्रसाद को महाप्रसाद का स्वरूप महाप्रभु बल्लभाचार्य जी के द्वारा मिला। कहते हैं कि महाप्रभु बल्लभाचार्य की निष्ठा की परीक्षा लेने के लिए उनके एकादशी व्रत के दिन पुरी पहुँचने पर मन्दिर में ही किसी ने प्रसाद दे दिया।महाप्रभु ने प्रसाद हाथ में लेकर स्तवन करते हुए दिन के बाद रात्रि भी बिता दी। अगले दिन द्वादशी को स्तवन की समाप्ति पर उस प्रसाद को ग्रहण किया और उस प्रसाद को महाप्रसाद का गौरव प्राप्त हुआ। नारियल, लाई, गजामूंग और मालपुआ का प्रसाद विशेष रूप से इस दिन मिलता है।श्री लक्ष्मी नारायण जायसवाल व श्री मती गिरिजा जायसवाल जी सम्मत परिवार के द्वारा बिरादरी पक्की महाप्रसाद का आयोजन हुआ था सुल्तानपुर , जौनपुर , आजमगढ़, इलाहाबाद, प्रतापगढ़, जिले और आसपास जिले लोग शामिल हुए जायसवाल समाज संगठन लोग भी शामिल हुए श्री लक्ष्मी नारायण जायसवाल जी के द्वारा नौपेडवा बाजार ,सुरज जायसवाल , अशोक जायसवाल, उमाशंकर जायसवाल, अन्य लोगों को सम्मानित किए ज्वाला प्रसाद जायसवाल (पूर्व प्रधान)शिवप्रसाद जायसवाल ,संतोष जायसवाल ,आनंद जायसवालधर्मेंद्र जायसवालअभिषेक जायसवालआदर्श जायसवालअंकित, अभिनव, मोक्ष जायसवालबृजेश कुमार जायसवालशोभनाथ जायसवालश्री लक्ष्मी नारायण जायसवालश्री बृजेश कुमार जायसवालत्रिलोकी प्रसाद जायसवालखदेरू जायसवालनंदलाल जायसवालराम नारायण जायसवालश्याम लाल जायसवालराम लाल जायसवालसजन लाल जायसवालएवं समस्त जायसवाल परिवार