ऊदा देवी के बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता: कुलपति
बलिदान दिवस पर आयोजित हुआ कार्यक्रम
सरायख्वाजा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में वीरांगना ऊदा देवी के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। विश्वकर्मा छात्रावास समीप ऊदा देवी और मक्का पासी मार्ग पर आयोजित कार्यक्रम में कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने वीरांगना ऊदा देवी को नमन करते हुये कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में ऊदा देवी ने जिस साहस का परिचय देते हुए अग्रेजों का मुकाबला किया था, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता। विवि में स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों के नाम पर मार्ग का नाम पड़ा है। इससे विद्यार्थी निरंतर उनके बलिदान से परिचित होते रहेंगे।जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनोज मिश्र ने ऊदा देवी के बलिदान पर प्रकाश डालते हुये कहा कि वीरांगना ऊदा देवी आज की महिलाओं के लिए ऊर्जा की स्रोत है। पति की मृत्यु के बाद भी पूरे साहस से सिकंदर बाग़ लखनऊ में पीपल के पेड़ पर चढ़कर 36 अंग्रेजों को मौत के घाट उतारकर वीरगति को प्राप्त हुई थी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनका बलिदान स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है।इस अवसर पर प्रो. मानस पांडेय, प्रो. संदीप सिंह, डॉ. गिरिधर मिश्र, डॉ. अमरेन्द्र सिंह, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ. मनीष सिंह, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ. पुनीत धवन, डॉ. धर्मेन्द्र, डॉ. अमित वत्स, हिमांशु तिवारी, शशांक, अंकुश गौरव समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।