दो साल उन्नाव थानाध्यक्ष रमेश चंद्र साहनी तो तीन साल जौनपुर में चौकी इंचार्ज हरिश्चंद्र सिंह ने क्षेत्र को लूट कर किया खोखला।
जौनपुर ब्यूरो,, सुनील मिश्रा
जौनपुर जिले के महराजगंज के एबीएस चौकी इंचार्ज ने तीन साल, तो उन्नाव के थानें पर तैनात एसओ रमेश चंद्र साहनी ने दो साल लूटा क्षेत्र के लोगों को रूपये की गड्डियां पत्नी व बच्चों संग हुआ वायरल।जौनपुर। कहते हैं चोरी एंव छीनारा तथा पाप ज्यादा समय तक छिपता नहीं उजागर हो जाता है। कुछ समय पर भगवान उसका हिसाब भी करता है। कुछ इसी तरह दो कलयुगी निसाचर जिन्होंने रक्षा की वर्दी पहने भक्षक का पूरा कृत्य किए जिसे खुद उनके कुतृयों ने यह सिद्ध कर दिया। इन्हीं भक्षकों मे जनपद उन्नाव के एक थाने में करीब दो वर्षो से तैनात थानेदार के परिजनो की नोटो के बंडल के साथ फोटो सोशल मीडिया वायरल होने पर जमकर चर्चा बटोर रही है ,सूत्रों के अनुसार वायरल फोटो में थानेदार के बच्चे व पत्नी बताए जा रहे है। नोट के बंडल के साथ थानेदार के बच्चों की फोटो वायरल, बिस्तर पर 500 के नोटों की गड्डियां लेकर बैठे बच्चे और पत्नी काली कमाई का खुशी दिखा रहे हैं, तस्वीर में 500 की नोट की 27 गड्डियां लेकर बैठे हैं बच्चे, उन्नाव जिले के एक थाने पर तैनात रहे SHO के परिजनों की नोटों के साथ बताया जा रहा, वायरल तस्वीर उप निरीक्षक रमेश चंद्र साहनी के घर की है। एसएचओ रमेश चंद्र साहनी बेहटा मुजावर थाने के थानेदार हैं। इनकी काली कमाई का कुछ अंश तो बच्चे और वीवी सेल्फी लेने के चलते अनजाने में ही वायरल कर लिए। पर ठीक इसी तरह जौनपुर में भी महराजगंज थाने पर दिनांक 01/12/2020 से जून 2023 तक लगभग तीन साल से तैनात रहे एबीएस चौकी इंचार्ज के रूप मे एसआई हरिश्चंद्र सिंह, जिसने सुरू से ही वर्दी को कलंकित कर मानवता को शर्मसार करने का कार्य किया। अवैध रूप से मानवता को मारकर धन ऊगाही करता रहा, जिसने पिड़ित को प्रताड़ित कर बेरहम होकर काली कमाई किया, इस इंचार्ज ने गो कशी, के अवैध रूपये वसूली, रेप पिड़ित तथा छेड़छाड़ के प्रकरणों में गुनहगारों से अच्छा खासा रूपये लेकर तिजोरी भरा मानवता को शर्मसार कर वर्दी को दागदार कर दिया। बताते चलें कि मुकदमा अ.स.177/ 21 विवेचना में जालसाजे से बड़ी रकम लेकर कई धारा को बगैर बड़ाए ही रिपोर्ट न्यायालय भेजकर अपराधी को जेल जाने से बचा लिया तो मुकदमा अ.स.33/21 एंव 38/21 में रूपये की डिमांड न पूरा होने पर मानवता को मार कर पढ़ने वाले बच्चों पर आरोप तय कर रिपोर्ट प्रेसित कर दिया। एसे ही अनेकों जघन्य कुकर्म किए है श्री हरिश्चंद्र सिंह साहब क्षेत्रों के लोगों के साथ। जिनके तैनाती से चौकी में दलालों का ठेरा बना कर दिन भार वसूली का कार्य होता रहा और गुनहगारों को बढ़ावा दिया जाता रहा, अपराधी जेब गरम कर मजे से घुमते रहे। साहब तो रातो में दलालों के अड्डों पर मुरगा, मीट, दारु, और दिन भर वसूली मे मस्त रहे। चौकी क्षेत्र के किसी घटना की जानकारी तैनात रहनेवाले थानाध्यक्ष लोगों को ज्यादातर नही होने देता भ्रष्ट वर्दीधारी हरिश्चंद्र सिंह। थानाध्यक्ष चौकी क्षेत्र की घटना से अंजान रहते थे और चौकी इंचार्ज के किए की सजा अक्सर थाना प्रभारी लोगों को मिलती रही लगभग इस चौकी क्षेत्र की बड़ी घटना के चलते दर्जनों थाना प्रभारी लाईन हाजिर किए गए खेल चौकी इंचार्ज का रहता था, कप्तान सजा थाना प्रभारीयों को दे देते थे। कू कृत्य चौकी इंचार्ज करे सजा थाना प्रभारी भरे आलम यह रहा तीन साल। जनता त्रस्त थी मानव रूप मे यह दानव कब जाएगा। आखिरकार वर्तमान तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक डा.अजय पाल शर्मा ने लोगों से हो रही वसूली की भनक लगी और एक ही जगह लम्बे समय से एड़ी जमाकर काली कमाई से लोगों को मुक्ति दे दिया और यहां से हटकर केराकत क्षेत्र में भेज दिया है। पर वहां भी उस क्षेत्र का दुर्भाग्य है जहां इतना भ्रष्ट एसआई को तैनात किया गया है जिसमें मानवता मर गई होऔर उपरवाले का भी डर नहीं है। लेकिन लोग कहते हैं भगवान सबका हिसाब चुकता करता है वो भी यहीं। देखा गया और लोग कहते हैं अक्सर एसे भ्रष्ट लोगों के घर लूले लंगड़े बच्चे पैदा होते हैं तो घर वाले लोगों में हार्ट सूगर किडनी की भयंर विमारी के साथ अकाल मौत और अन्य कुदरती कहर हिसाब चुकता कर देती हैं।इस चौकी इंचार्ज हरिश्चंद्र सिंह के कृतियों का अनुमान इससे भी लोग लगा रहे हैं कि लम्बे समय के बाद थाने या चौकी से जब कोई सिपाही दरोगा यख किसी विभाग का अधिकारी विदा होता है तो कुछ लोगों का भला जरूर किया रहता है। जिसके कारण क्षेत्र के लोग न चाहते हुए भी भावभीनी विदाई करते हैं, लेकिन तीन साल तक चौकी प्रभारी के रूप में तैनात रहा हरिश्चंद्र सिंह, मुहचोरों की तरह गायब हो गया। जब कुछ दिनो लोग को राहत हुई तो लोग पता लगाना शुरू किए कि आखिर क्षेत्र इतना शांत केसे है। तब लोगों को जानकारी हुई की मानवता को शर्मसार करने वाला एसआई हरिश्चंद्र सिंह से अब चौकी मुक्त हो गई है। जिससे लोग राहत की शांस लेते नजर आ रहे हैं। जिस दिन कंलकित इंशान के काली कमाई की पोल खुलेगी तो आमजन क्या शासन भी हैरत मे रह जाएगी। शासन को हरिश्चंद्र सिंह और रमेशचंद्र साहनी जैसे भ्रष्ट अधिकारियों जैसे लोगों को चिन्हित कर सम्पत्ति की जांच करानी चाहिए इससे काले धन की पोल भी खुलेगी और इन भ्रष्ट अधिकारियों से लोगो को मुक्ति भी मिलेगी।